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Wednesday, February 17, 2016

अकादमिक स्वतंत्रता तथा आम नागरिको के अधिकारो का हनन बंद हो


पहले वे यहूदिया के लिए आये ,
मै कुछ नही बोला
क्योकि मै यहूदी नही था।
फिर वे कम्युनिष्टो के लिए आये ,
मै कुछ नही बोला
क्योकि मै कम्युनिष्ट नही था।
फिर वे ट्रेड यूनियनो के लिए आये
मै फिर भी कुछ नही बोला
क्योकि मै कुछ नही बोला
फिर वे मेरे लिए आये
कोई नही बचा था जो मेरे लिए बोलता।

                              पास्टर निमोलर (जर्मन कवि)

(13 फरवरी 2016 )एन.एस.आई. उत्तर प्रदेश की गोरखपुर इकाई की एक बैठक कैम्प कार्यालय रमदत्तपुर में हुयी जिसमें  जे.एन.यू. छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की कथित देशद्रोह के मामले में गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हे तुरन्त छोड़ने तथा अन्य छात्रो पर लगे देशद्रोह के मुकदमो के तुरत वापसी की मांग की गयी।


वक्ताओ ने एक स्वर में  इसे ,हैदराबाद विश्वविद्यालय में रोहित वेमुला को आत्महत्या पर मजबूर करने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संघ परिवार की फाॅसीवादी कार्यवाही की अगली कड़ी बतलाते हुए इससे अकादमिक स्वतंत्रता तथा आम नागरिको के अधिकारो का हनन बतलाया गया। वक्ताओ ने कहा संघ परिवार शिक्षा संस्थानो पर कब्जा करके वहां पर अपनी विचारधारा का प्रचार प्रसार करके समाज में नफरत तथा अलगाववाद के बीज बोना चाहता है। वक्ताओ ने स्थानीय सांसद योगी आदित्यनाथ द्वारा जे.एन.यू. को देशद्रोहियों का अड्डा बताने की कठोर शब्दो में  निन्दा की। संगठन ने देश भर के सभी आजादी पसंद जनपक्षधर ताकतो से अनुरोध किया कि वे आपसी मतभेद भुलाकर इस फांसीवाद के खिलाफ एकजुट हो। हो सकता है कि कल आपकी बारी हो। बैठक में आजम अनवर , स्वदेश सिन्हा, आदित्य सिंह , अनिल मिश्रा, रंजना जोसेफ ,सीता रमण आदि ने अपने विचार रखे। 

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